Quit:- Account Information :- से बाहर आने के लिए gateway Of Tally मे 2 Option Inventory Information उसे Enter करते है Inventory Information का Menu Open होग इससे माल से Reatrd कई Option मिलेग! |
1. Stock Group:- 2,Stock Items:- 3. Godown:- 4. Voucher Type:- 5.Unit Of Mesure:- 6. Quit :- |
1, Stock Group:- इस पर Enter करते ही Stock Group मे Men Open हो जाएग Stock Groupमे हम जिस वस्तु का व्यापार कर रहे है वे आएगी ! जैसे:- Cloth Furniture Etc,इस पर Enter करते ही Menu Open जिससे Singal Group व Multiple Group Show होगे ! जिसम 2, Option Create , जिससे नया Stock Createकर सकते है,Display से बने Stock Group को देख सकती है और Alter से बने Group मे Change कर सकते है ! Group Multiple Stock एक से ज्यादा Stock Group Create करने के लिए |
2. Stock Item:- इससे जिस वस्तु का व्यापार कर रहे है उस वस्तु के अलग - अलग Item Informationदी जाती है, जैसे:- Cotton Silk Etc,इस पर Enter करते ही एक Menu Open होग इसमे Create से ने Stock Item Creat करते के लिए Displayसे देखने के लिए और पीछे ! |
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Ledger:- Ledger:-प्रत्येक खाते का शेष अलग- अलग देखने के लिए Leager बनाया जाता है जब हम बहीखाते बनाते है तो पहले Jounal Enter करते है और बाद्मे Leager बनाते है, लेकिन Tally मे Jounal Entry करने के पहले Lesger जाता है, उसके Jounal Entry बाद कि जाती है ! Tally मे रोकड और लाभ- हानि खाता पहले से ही बना होता है Blls बनाने कि जरुरत नही होती है, इसके अलावा जितने भी सौदे होते है , उन सबका खाता बनाना पड्ता है जब Leagerहम बनाते है तो सबसे पहले उस Leager का नाम देते है इसके बाद वह् Leager जिस Group से संबन्धित होता है वह Under Group मे देते है ! जैसे:- क्रय खाते का Leager बनाएगे तो उसे क्रय खाते मे रखा जाएग ! |
Sales:- Sales A/C Salary:- Indirect Etp: A/C Etc; |
Voucher Tyep:- Tally मे Voucher Type को भुगतान प्राप्ति का सबुत कहा जाता है यह इस बात का सबुत है कि भुगतान करना है या भुगतान बाकी करनी है जैसे:- एक कंपनी मे 100 कर्मचारी कार्य करते है, उन कर्मचारी को Payment voucher करेगे ! कंपनी उन सभी को एक-एक Voucher देगी ये इस बात का सबुत है कि सभी कर्मचारीयो को देगे Meter का Met |
Quit:- Inventory Information! से बाहर आने के लिए! GATE WAY oF TALLYका 3. OPTION VOUCHER Entry है इस Option Esa Ransaction कि Entry करते है ! |
नोट:-1, माल चोरी चला जाए या आग लगने अथवा अन्य किसी कारण से नष्ट को जाए तो यह एक प्रकार कि व्यापारीक हानि है ऐस माल को क्रय खाते मे ही केडिट करने न कि विक्रय खाते मे क्योकी वस्तुत: बिक्री नही है बल्कि मात्रा मे एक प्रकार कि कमी है ! इसकि प्रविष्टि होगी:- |
Loss By Fire A/C Dr, Or Loss By Theft A/C Dr. To Purchase Cr. |
2. माल दान देना :- जब व्यापारी अपना माल दान मे दे तो इसे भी विक्रय नही माना जाता बल्कि खरीदे गये माल के एक प्रकार कि कमी है इसकी प्रवष्टि होगी:- Charity A/C Dr. To Purchase A/C Cr. |
3.Bad Debts:- जब उधार बेचे गए माल के देनदार के दिवालिया हो जाने या आर्थिक स्थिति खराब हो जाने या अन्य किसी कारण से पूर्ण्ट अंशत: प्राप्ट नही हो पाता है ! तो इस प्रकार न वसूल हुई रकम अप्राप्य ऋण या डुबत ऋण कि श्रेणी मे आता है डुबत ऋण व्यापारी के लिए एक प्रकार कि हानि है इसकि प्रविष्टि होगी :- Bad Debt A/C Dr Cash A/C Dr. To Dedtors A/C |
यदि किसी से हमे 1000/- लेना है और उसमे से कमे 800/- रु चुकाए व 200/- रु नही चुकाए तो 200/-रु डुबत खाते मे जाएगे :- |
Payment करना है फिर कर्मचारी इस Voucher को रोकडिया को देगे वह Voucher पर हस्ताक्षर कर उन कर्मचारीयो को भुगतान का देगा इस तरह से अब Voucher इस बात का सबुत हो जाएगा कि इन कर्मचारीयो को भुगतान हो चुका है ! Tally 6 प्रकार के मुख्य Vouchaer उअपलबध कराता है ! |
1. Sales: F8 2. Purchase :F9 |
Dispatch To Cash Bank. Address: BAnk Address And Order Detail, |
Order Detail |
Terms Of Payment - Cash , Bank- Other Reference: Ram (Any Name )यहा पर जो भी ग्राहक माल को लाने लि जाने का काम करता है उसका नाम ! |
Despetch Detail:- Despetch Through:- जहा से माल आ रहा है उसका नाम लिखेगे आदेश नंम्बर लिखेगे! |
14. Mainitain Betch Wise Detail:- यदि हम क्रय या विक्रय कि प्रविष्टि करते समय ठमजबी छ्वण देना चाहे तो हमे Maintain Betch Wise Detail पर Yes करना होग ! इसे Yes करने के बाद वह हमसे Manufacturing Date और Expire Date भी पूछ्ता है, जब हम क्रय और विकेअ कि प्रविष्टि करते है तो हमसे Manufacturing Date Our Expire Date पूछता है ! व बैचे नंम्बर भी पूछ्ता है अधिकतर इसका उपयोग खाने - पीने वस्तुओ व दवाईयो आदि मे होता है ! |
16, Maintain Multiple Godown यदि हम एक या एक से ज्यादा गोडाउन रखना चाहते है तो हम पर करनी पडेग इसमे मे आएग! इससे हम कर सकते है ! जैसे- हमने भोपाल नाल से एक किया जिसे के मे दिया फिर हमने इन्दौर नाम से एक गोडौन बनाया जिसे के मे रखा अब यदि हमारे पास इन्दौर मे दो दोडाउन है तो हम उन्है मे करके रखेगे जिसका कि प्रविष्टि करते समय वह गोडाउन का नाम पुछेगा ! |
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